हिंदी के बारे में इतिहास History of Hindi

ये लेख हिंदी भाषा के बारे में है अथार्थ यहाँ हम हिंदी भाषा के बारे में बात करेंगे



Hindi, हिंदी , हिन्दी आदि इस तरह से लिखी जाती है | भारत संघ के लिए हिंदी एक ऑफिसियल भाषा के रूप में रजिस्टर्ड है | 2001 कि जनगरणा में 25.8 करोड़ लोगो के द्वारे ये स्वीकार किया गया कि हिंदी उनके द्वारा मात्रभाष के रूप में इस्तेमाल कि जाती है | हालाँकि इसमें से 1 करोड़ लोग ऐसे है जो खुद कि भाषा बोलते है मतलब एक लोकल भाषा जो कि हिंदी में से ही निकली होती है |

Mandarin, Spanish और English के बाद हिंदी चोथी ऐसी भाषा है जिसका दुनिया में हर काम में इस्तेमाल किया जाता है |

भारत के संविधान के एक लेख में कहा गया है (343)

भारतीय संघ में राजकीय भाषा के रूप में हिंदी देवनागरी लिपि का इस्तेमाल किया जायगा और अंको के लिए, अंको का अन्तेर्राष्ट्रीय रूप ही इस्तेमाल किया जायगा |

संविधान  के एक दूसरे लेख में और भी कुछ कहा गया है जो इस प्रकार है 

यहाँ संख का कर्तव्य है कि हिंदी भाषा को बढावा देने के लिए प्रसार प्रचार करे, और इसको इतना डेवेलोप किया जाये कि ये भारतीय कामो में इस्तेमाल कि जा सके , जिससे भारतीयता का प्रचार प्रसार हो सके और हम धीरे धीरे आगे बड सके|

इतिहास

भारत की उपभाषा, जिसके ऊपर हिंदी आधारित है वो "खड़ीबोली" है, जो दिल्ली , आसपास के पश्चिम में उत्तर प्रदेश और दक्षिण में झारखण्ड कि मात्रभाषा के रूप में जानी जाती है | उर्दू जो कि "शिविर कि भाषा " के नाम से जानी जाती है हिन्दुस्तानी भाषा कि उपभाषा है जिसको भाषा कि प्रतिष्ठा के लिए मुग़ल काल में अधिग्रहित किया गया था | 19th के दशक में खड़ी बोली में से लिखने के लिए एक पूर्ण भाषा का इजात करने के लिए आन्दोलन चलाया गया था, और उतरी भारत में काफी बड़ी संख्या में लोगो के द्वारा हिंदी को काम में लिया गया | उर्दू मुगलों के काल में काम में ली जाती थी | 1881 में बिहार ने उर्दू कि जगह हिंदी अधिकारिक भाषा के रूप में काम में लेना शुरू किया और भारत का पहला हिंदी भाषी राज्य बना |

आजादी के बाद भारत सरकार के द्वारा ये प्रचार स्थापित किये गए ...

--1954 में भारत सरकार के द्वारा एक कमिटी बिठाई गयी जिसको हिंदी के लिए ग्रामर बनाने का काम दिया गया और 1958 में उस कमिटी ने एक रिपोर्ट दी जिसमे आज हिंदी कि बेसिक ग्रामर के बारे में लिखा था |
-- इसके अलावा शिक्षा मत्रालया को देवनागरी को सुधारने, characters को सही करने और दूसरी भाषाओ में से स्वर को निकल कर उनका सही तरीके से प्रयोग करना ये सारे काम भारत सर्कार द्वारा करवाए गए |

14 सितम्बर 1949 को हिंदी को भारत के लिए, भारतीय संविधान द्वारा अधिकाधिक भाषा के रूप में स्वीकार किया गया और इसी वजह से ये दिन हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है |

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